आज के इस आर्टिकल में आपको Paisa Kya Hai in Hindi, Paisa ke Prakar? से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी मिलेगा, पूरी जानकारी के लिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े।
Paisa Kya Hai in Hindi – पैसा क्या हैं? |
Paisa Kya Hai और पैसा का कितने प्रकार होते है – इंसान अपने जीवन भर जिस चीज़ के पीछे हमेशा भागते रहता है उसे पैसा कहा जाता है हर कोई अपना जीवन पैसा कमाने के लिए ही जीता है अगर रियल फक्ट्स देखा जाएँ तो इंसान बस तीन चीज़ के लिए ही पैसा कमाता है पहला अपना पेट भरने के लिए, दूसरा अपने जरूरतों को पूरा करने के लिए और तीसरा अपने इक्षाओ के पूर्ति के लिए।
21वी. सदी के जमाने में यह जीवन पैसों का खेल है यह रिश्ते नाते बस पैसो के डोर पर ही टीके है जिस दिन आपके पास पैसा खतम हो जाएगा, उस दिन आपका रिश्ते भी कमजोर होना शुरू हो जाएगा। एक उम्र के बाद इंसान को यह एहसास होने लगता है कि जीवन में पैसा इंपोर्टेंट नही है बल्कि बहुत सारें पैसे इंपोर्टेंट्स है।
इस दुनिया को विकसित भी पैसे के लिए ही किया जाता है इंसान अपना समय किसी और को देकर और दूसरे के लिए नौकरी बस पैसे के लिए ही करता है। इस तरह देखा जाएँ तो Paisa (रुपया) हमारें जीवन में बहुत बड़ा रोल निभाता है जिसके बिना इस दुनिया में एक दिन भी सरवाइव करना मुश्किल सा लगता है।
आज का इंसान पैसा को ही भगवान मानता है और वह चाहता है कि अपने जरूरतों को पूरा करने के लिए अधिक से पैसा पैसा कमाएं, पर उनकी यह इक्षा और जरूरत जीवन भर खतम नही होता, जिस वजह से वह पैसो के पीछे भागते रहता है।
हम अपने भौतिक और वास्तविक जीवन में पैसा / मुद्रा (Money) कमाते भी है और खर्च भी करते है पर क्या आप पैसा (मनी) / मुद्रा क्या है? पैसे / मुद्रा की परिभाषा, अर्थशास्त्र, इतिहास, प्रकार और तथ्य के बारें में जानते है।
हम आपकी जानकारी को बढ़ाने के उदेश्य से इस ब्लॉग लेख में आपको What is Money in Hindi? Definition, History, Types, and Creation के बारें में विस्तृत से बताने वालें है जिससे आप भी What is money in simple words के बारें में जान सकते है।
पैसा या मुद्रा क्या होता है – Paisa Kya Hai in Hindi |
Money Definition in Hindi – वैसी व्यवस्था जिसमें मानव अपने जरूरतों को पूरा करने के लिए और अधिक से अधिक सेवाओं और माल को प्राप्त करने के लिए भुगतान या ऋण के रूप में जिस माध्यम का इस्तेमाल छोटे स्तर पर करता है उसे मुद्रा (Currency) कहते है।
पैसा शब्द भारत के ही करेंसी का छोटा रूप होता है जो भारत की राष्ट्रीय मुद्रा रुपया का सौवा हिस्सा होता है।
पैसा कोई भी वस्तु या विनिमय का माध्यम है जिसे लोगों द्वारा वस्तुओं और सेवाओं के भुगतान के साथ-साथ ऋणों के पुनर्भुगतान के लिए स्वीकार किया जाता है। दुनिया पैसों के इशारों पर नाचती है। अर्थव्यवस्थाएं लेन-देन की सुविधा के लिए और वित्तीय विकास को शक्ति देने के लिए पैसे पर निर्भर करती हैं।
वॉट इस मनी डिफिनिशन को देखे तो, पैसा विनिमय का माध्यम है जो लोगों और व्यवसायों को जीने और फलने-फूलने के लिए आवश्यक चीजें प्राप्त करने की अनुमति देता है।
विकिपीडिया के अनुसार, पैसा आर्थिक विनिमय के माध्यम के रूप में सामान्य सहमति से स्वीकृत वस्तु है। यह वह माध्यम है जिसमें कीमतों और मूल्यों को व्यक्त किया जाता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति और एक देश से दूसरे देश में प्रसारित होता है, व्यापार को सुविधाजनक बनाता है, और यह धन का प्रमुख उपाय है।
यदि किसी व्यक्ति के पास बेचने के लिए कुछ है और बदले में कुछ और (मुद्रा / पैसा) चाहता है तब वह ऐसे व्यक्ति की तलाश करता है जो उसे माल / वस्तु लेने के बदले मुद्रा यानि रुपया दें। हमारे प्राचीन इतिहास में वस्तु के बदले दूसरा वस्तु लेने की प्रथा थी परन्तु अब सेवा और वस्तु के बदले पैसा (Money) दिया जाता है।
Paisa Kitne Prakar Ke Hote Hain – मुद्रा कितने प्रकार के होते है – Types of Money in Hindi |
अर्थशास्त्रियों के द्वारा मुद्रा (Money / Currency) को सात वर्गों में वर्गीकृत किया है: – Paisa Kya Hai in Hindi
1. वाणिज्यिक धन क्या है – What is Commercial Money in Hindi?
वैसा धन जो बैंक में जमा राशि होता है जिसे या तो कागजी आदेश (जैसे, चेक) या इलेक्ट्रॉनिक रूप से (जैसे, डेबिट कार्ड, वायर ट्रांसफर और इंटरनेट भुगतान) के माध्यम से स्थानांतरित किया जा सकता है उसे वाणिज्यिक बैंक धन कहते है। इसमें डिजिटल करेंसी, बैंक जमा राशि सम्मिलित होता है।
2. प्रत्ययी धन क्या है – What is Fiduciary Money in Hindi?
फिएट मनी एक प्रकार की मुद्रा है जो किसी वस्तु द्वारा समर्थित नहीं है, जैसे सोना या चांदी। यह आमतौर पर जारी करने वाली सरकार द्वारा कानूनी निविदा के रूप में नामित किया जाता है। पूरे इतिहास में, फिएट मनी कभी-कभी स्थानीय बैंकों और अन्य संस्थानों द्वारा जारी की जाती थी। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण बैंक चेकबूक है।
3. फिएट मनी (Fiat Money) क्या है?
यह एक प्रकार का पेपर मनी होता है। यह वह मनी होती है जिसका अंकित मूल्य उसके वास्तविक मूल्य से अधिक होता है। फिएट मनी में अंकित मूल्य देश के सरकार के द्वारा तय किया जाता है जिसे किसी दूसरे मूल्य मानक के रूप में बदला नही जा सकता है। इस तरह के मनी का उदाहरण – भारतीय रुपया, अमेरिकी डॉलर, ब्रिटिश पाउंड, यूरो आदि है।
4. कमोडिटी मनी (Commodity Money) क्या है?
यह एक ऐसा धन होता है, जिसे दुर्लभ प्राकृतिक संसाधनों से बनाया जाता है। जो विनिमय भंडारण मूल्य और खाते के इकाई के स्रोत के रूप में कार्य करता है। इस तरह का धन वस्तु आर सेवाओं के लिए सीधे इंटरचेंज होता है। कमोडियन मनी का सबसे बड़ा उदाहरण – सोने के सिक्के, चाँदी के सिक्के, पित्तल के सिक्के, शंख, मनके आदि है।
5. धात्विक धन क्या है – What is Metallic Money in Hindi?
धात्विक धन वह धन है जो किसी देश के केंद्रीय बैंक द्वारा धातुओं के रूप में जारी किया जाता है जो अर्थव्यवस्था में असीमित कानूनी निविदा के रूप में कार्य करता है। धात्विक धन वह धन है जिसका मुद्रा का मूल्य (Face Value) मुद्रा के वस्तु मूल्य (Intrinsic Value) से अधिक होता है। उदाहरण के लिए – धातु के सिक्के में 1 रुपये का सिक्का, 5 रुपये का सिक्का आदि शामिल हैं।
6. कागजी धन क्या है – What is Paper Money in Hindi?
पेपर मनी से तात्पर्य बैंक नोटों और सरकारी नोटों से है, जिनका उपयोग धन के रूप में किया जाता है। इस तरह के मनी को करेंसी नोट भी कहा जाता है। पेपर मनी एक देश की आधिकारिक, कागजी मुद्रा है जो वस्तुओं और सेवाओं को प्राप्त करने में शामिल लेनदेन के लिए परिचालित की जाती है।
मौद्रिक नीति के अनुरूप धन के प्रवाह को बनाए रखने के लिए कागजी धन की छपाई को आमतौर पर देश के केंद्रीय बैंक या राजकोष द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इस तरह के कागजी धन का उदाहरण, रुपया, डॉलर, पाउंड, दिनार, यूरो इत्यादि है।
7. रिजर्व धन क्या है – What is Reserve Money in Hindi?
रिजर्व मनी, मनी सप्लाई का सबसे महत्वपूर्ण रूप है। इसे हाई-पावर्ड मनी, बेस मनी और सेंट्रल बैंक मनी भी कहा जाता है। रिजर्व मनी किसी देश में मौद्रिक आधार केंद्रीय बैंक द्वारा बनाई गई कुल राशि होती है। इस तरह का धन Commercial Banks की तिजोरियों (Locker Room) में रखी जाती है, जिसका उदाहरण – करेंसी नोट, सोना, चाँदी, हीरा, अमूल्य चीज़ शामिल इत्यादि है।
भारतीय रुपया का इतिहास क्या है – Indian Rupee History in Hindi?
शब्द “रुपया” संस्कृत शब्द “रुपया” से लिया गया है, जिसका अर्थ है “गढ़ा चांदी”। भारतीय रुपये का इतिहास लगभग 6वी. शताब्दी ईसा पूर्व का है। रुपया शब्द को प्रथम भारतीय मौर्य सम्राट चन्द्रगृप्त मौर्य (340-290 ईसा पूर्व) के द्वारा शुरू किया गया था। चाणक्य की मदद से उन्होने अपने शासन में, सोने, चाँदी, तांबे और सीसे के सिक्के की प्रथा को शुरू किया था।
जीवन में पैसे का क्या महत्व है – What is the importance of money in life?
आज का मानव पैसे का भूखा है, जिसके पास जितना अधिक पैसा होता है वह उतना और अधिक पैसा कमाना और पाने की इक्षा रहता है पर यह भी उतना ही सच है आज के जमाने में बिना पैसों का जीवन जिया ही नही जा सकता है। आप पैसे से खुशिया, प्यार सब खरीद सकते है बस इसके लिए पैसा होना चाहिए।
हमारें जीवन में पैसा का बहुत बड़ा महत्व है पैसे के बिना जीवन की कल्पना करना भी मुश्किल है आप इसका वास्तविक उदाहरण देखना चाहते है तब आप एक दिन बिना पैसा के किसी बाजार चले जाएँ, आपको कोई मुफ्त में मिलने वाली चॉकलेट भी नही देगा, उस दिन आपको समझ आ जाएगी।
पर यह भी उतना ही सच है जीवन में पैसा ही सब कुछ नही होता है परंतु यह भी उतना ही सच है जीवन में पैसा ही सब कुछ होता है। इस आधुनिक युग में धन का महत्व ठीक वैसा ही है जैसे जल के बिना मछली का। परंतु फिर भी धन ही सब कुछ है ऐसा कहना अतिश्योक्ति होगी।
मनुष्य का चरित्र ही उसका सबसे बडा धन होता है। यदि किसी के पास उत्तम चरित्र है तो वह निश्चित रूप से गुणवान होगा और यदि गुणवान है तो अवश्य ही अपने कर्तव्य पालन के लिए कुछ न कुछ धन अवश्य अर्जित कर लेगा। इस तरह कह सकते है जीवन में पैसा का बहुत बड़ा महत्व है परन्तु हमें अपने चरित्र से भी धनी बनना चाहिए।
हम पैसा क्यों कमाते है – Why Do We Make Money
इंसान अपने जरूरतों को पूरा करने के लिए ही पैसा कमाता है। इसके मदद से हर वह चीज़ खरीद सकता है जिसके बारें में वह सोचता है। अक्सर इंसान पैसा भोजना, घर, गाड़ी, प्रॉपर्टि, स्वस्थ्य देखभाल, जरूरतों को पूरा करने के लिए ही कमाता है। इसके लिए वह किसी दूसरे व्यक्ति के अधीन काम करता है
या फिर अपना व्यवसाय की शुरुआत करता है। देश में जितना तेजी से करेंसी नोट एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के हाथ में जाती है वह इकॉनमी के लिए उतना ही लाभदायक मानी जाती है।
भारत में कितने तरह के पैसा चलता है – Types of Indian Rupee in Hindi
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के पास भारतीय रुपया (Rupee / INR) को छापने की ज़िम्मेदारी है जिसके द्वारा द्वारा सात तरह के करेंसी बैंक नोट को छापा जाता है जिसमें प्रमुख रूप से ₹5, ₹10, ₹20, ₹50, ₹100 ₹200, ₹500 और ₹2000 शामिल है।
भारतीय रुपया क्या है – Indian Rupee Definition in Hindi
भारतीय रुपया (INR) भारत की मुद्रा है। INR भारतीय रुपये के लिए मानकीकरण मुद्रा कोड के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठन है, जिसके लिए मुद्रा प्रतीक ₹ है। जो खुदरा और थोक बाजार में बैंक करेंसी नोट के रूप में उपयोग किया जाता है। रुपया शब्द संस्कृत के सिल्वर से लिया गया है।
भारतीय मुद्रा रुपया की परिभाषा को इस तरह परिभाषित किया जा सकता है कि वैसा करेंसी, जो भारतीय लोगों की जरूरत को पूरा करती है उन्हे काम और सेवा के बदले रुपया देती हो, जिससे वह अपना भरण-पोषण कर सकें, उसे इंडियन रूपीज़ कहते है। जिसका सिंबल (Indian National Currency Symbol) ₹ होता है।
Indian Rupee Symbol को उदय कुमार के द्वारा डिज़ाइन किया गया था। बैंक और भारत सरकार ने मिलकर 2010 में भारतीय रुपये के लिए एक अद्वितीय प्रतीक (₹) को औपचारिक रूप दिया था और इस प्रकार अपनी मुद्रा के प्रतीक के साथ देशों के चुनिंदा क्लब में जगह बनाई थी।
भारतीय मुद्रा के कितने प्रकार होते है – Types of Indian Rupee
भारत में मुद्रा का उपयोग सिक्के और करेंसी नोट दोनों के रूप में किया जाता है। हम रुपये और पैसे का उपयोग पैसे के रूप में करते हैं। अलग-अलग वैल्यू के नोट और सिक्कों में पैसा आता है।
- सिक्का (Coins)
- करेंसी नोट (बैंक नोट)
पैसा कैसे कमाएं – पैसा कमाने का तरीका – How To Earn Money
पैसा को दो तरह से कमाया जा सकता है पहली अपना समय देकर किसी दूसरे व्यक्ति के लिए काम करके और दूसरा खुद का व्यवसाय शुरू करके। आपको यह निर्णय खुद लेना होगा कि आप पैसा को अपनी सेवा और समय देकर कमाना चाहते है या खुद के व्यवसाय से।
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